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पृथ्वी के बाहर रहेंगे लोग (People will live outside the Earth);दुनिया बसेगी दुनिया के बाहर अब

*पृथ्वी के बाहर रहेंगे लोग (People will live outside the Earth)


दुनिया बसेगी दुनिया के बाहर अब, Elon Musk ने कहा 10 लाख लोग रहेंगे मंगल ग्रह पर 

Elon Musk
धरती के सबसे अमीर शख्स और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क, हमेशा कुछ अजूबा और नया करने के लिए जाने जाते हैं। 10 लाख लोगों को मंगल ग्रह पर ले जाने  और उन्हें वहाँ बसाने को कहा है । मंगल को लेकर उनका जुनून किसी से छिपा नहीं है। अक्सर अपने ट्वीट में बयानों में वह अपने मिशन को लेकर भविष्यवाणियां करते रहते हैं। एलन मस्क ने एक्स डॉट कॉम पर एक पोस्ट में लिखा, हम दस लाख लोगों को मंगल ग्रह पर ले जाने के लिए एक गेम प्लान तैयार कर रहे हैं।  लेकिन मंगल पर एलन मस्क की बसाई दुनिया का हिस्सा सिर्फ मानव ही नहीं होंगे, बल्कि वह अन्य प्राणियों को भी लाल ग्रह की सैर करवाना चाहते हैं। 
हाल ही में टाइम मैग्जीन के साथ अपने इंटरव्यू में उन्होंने इसका खुलासा किया। उन्होंने कहा, स्टारशिप अब तक बना सबसे बड़ा रॉकेट है, जो हमें मंगल ग्रह तक ले जाएगा।

स्पेसएक्स (SpaceX ) के सीईओ (CEO ) एलोन मस्क (ELON MUSK) मंगल ग्रह (MARS PLANET) की खोज और संभावित उपनिवेशीकरण की वकालत में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। अंतरग्रहीय यात्रा के लिए स्पेसएक्स (SpaceX ) की महत्वाकांक्षी परियोजना को स्टारशिप (StarShip) के रूप में जाना जाता है, जिसका उद्देश्य मंगल ग्रह (MARS PLANET) सहित विभिन्न प्रकार के मिशनों के लिए डिज़ाइन किया गया एक पूरी तरह से पुन: प्रयोज्य अंतरिक्ष यान है।

*स्पेसएक्स (SpaceX ) क्या है : जाने पूरी जानकारी 


स्पेसएक्स (SpaceX ) की स्टारशिप (StarShip) और एलोन मस्क (ELON MUSK)की मंगल ग्रह  (MARS PLANET)की योजनाओं के बारे में :

स्टारशिप डिज़ाइन (Starship Design): स्टारशिप को मस्क की एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य पूरी तरह से पुन: प्रयोज्य अंतरिक्ष यान होना है जो विभिन्न अभियानों पर चालक दल और कार्गो दोनों को ले जाने में सक्षम है।

मंगल ग्रह औपनिवेशीकरण विजन (Mars Colonization Vision): एलोन मस्क (ELON MUSK) ने मंगल ग्रह (MARS PLANET) पर मानव उपनिवेशीकरण के लिए एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण व्यक्त किया है। वह पृथ्वी पर विनाशकारी घटनाओं की स्थिति में मानवता के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के तरीके के रूप में मंगल ग्रह पर एक आत्मनिर्भर मानव बस्ती की कल्पना की है।

अंतरग्रहीय परिवहन प्रणाली (Interplanetary Transport System): प्रारंभ में इसे "इंटरप्लेनेटरी ट्रांसपोर्ट सिस्टम" के रूप में जाना जाता था, यह अवधारणा "स्टारशिप" अंतरिक्ष यान में विकसित हुई। स्टारशिप को बहुमुखी बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसका उद्देश्य चंद्र मिशन, अंतरग्रहीय यात्रा और पृथ्वी से पृथ्वी परिवहन सहित कई अनुप्रयोगों के लिए है।

पुन: प्रयोज्य (Reusability): स्पेसएक्स के दृष्टिकोण का केंद्र पुन: प्रयोज्य रॉकेट प्रौद्योगिकी का विकास है। स्टारशिप, अपने सुपर हेवी बूस्टर के साथ, कई उड़ानों के लिए पुन: उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे अंतरिक्ष यात्रा की लागत में काफी कमी आने की उम्मीद है।

मंगल मिशन की संभावनाएँ (Potential for Mars Missions): स्टारशिप को मंगल ग्रह पर उपनिवेशीकरण की स्पेसएक्स की योजना का एक प्रमुख घटक माना जाता है। मस्क ने समय के साथ मंगल ग्रह पर बड़ी संख्या में लोगों और कार्गो को ले जाने के लिए स्टारशिप के बेड़े भेजने की अवधारणा को रेखांकित किया है।

समयरेखा और चुनौतियाँ (Timeline and Challenges): जबकि मस्क ने भविष्य में मंगल ग्रह पर चालक दल के मिशन की संभावना के बारे में आशावाद व्यक्त किया है, इन लक्ष्यों को प्राप्त करने की समयसीमा में देरी और चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जैसा कि अत्याधुनिक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के विकास में आम है।

परीक्षण और विकास (Testing and Development): स्पेसएक्स स्टारशिप के लिए प्रोटोटाइप परीक्षणों की एक श्रृंखला आयोजित कर रहा है। इन परीक्षणों में विभिन्न ऊंचाइयों पर प्रोटोटाइप लॉन्च करना और इंजन और हीट शील्ड जैसे प्रमुख घटकों का परीक्षण करना शामिल है।


*धरती के अलावा भी अन्य  प्लेनेट पर जीवन की संभावना  है .धरती से ज्यादा अनुकूल हैं परिस्थिति- चेक करें डीटेल्स


वैज्ञानिकों के अनुसार हमारी गैलेक्सी में ऐसे और भी ग्रह हो सकते हैं जहां जीवन की संभावनाएं पृथ्वी से भी ज्यादा है.इन ग्रहों को आप अपनी आंखों से नहीं देख सकते हैं. क्योंकि ये सभी ग्रह पृथ्वी से 100 लाइट ईयर्स दूर हैं. वॉशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के अनुसार उन ग्रहों पर जीवन की संभावना ज्यादा होती है, जो हमारे सूरज के मुकाबले लंबे लाइफटाइम वाले तारों के चक्कर धीमीं गति से करते हैं.

प्रोफेसर डिर्क शुल्ज़-मकुच ने के अनुसार,जो हमारे सूरज के मुकाबले लंबे लाइफटाइम वाले तारों के चक्कर धीमीं गति से करते हैं,उन ग्रहों पर जीवन की संभावना ज्यादा होती है.

इन ग्रहों को वैज्ञानिकों ने सुपर-हैबिटेबल प्लेनेट (Superhabitable Planet) नाम दिया है.

👉ध्यान दें : ऊपर दी गयी जानकारी न्यूज़ चैनल और सोशल मीडिया से लिया है. अभी तक के डाटा के हिसाब से ये जानकारी दी गयी है। अगर कोई भी जानकारी आयी है तो बो कोशिश की जाएगी जल्दी अपडेट की जाये। अगर कोई भी गलती लगती है तो जरूर बताये। 




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